Rumored Buzz on hanuman shabar mantra
Rumored Buzz on hanuman shabar mantra
Blog Article
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।
हनुमान जी के मंत्र का उपयोग केवल मानव कल्याण के लिए किया जाना चाहिए गलत कार्यों पर इसका उपयोग करने पर इसके दुष्परिणाम मिल सकते है।
नजर-गुजर देह बांधों रामदुहाई फेरों शब्द शाचा,
बाबा मुझे ये तो बता कोई इतना भी देता है क्या
सामाजिक और मानसिक शांति: हनुमान जी के मंत्रों का जाप करने से मानसिक तनाव और चिंता दूर होती है। यह मन को शांत करता है और किसी भी प्रकार की मानसिक अशांति या उलझनों से मुक्ति दिलाता है। जब आप हनुमान मंत्रों का जाप करते हैं, तो आपका मन शांत और संतुलित होता है, जिससे जीवन में शांति का अनुभव होता है।
Om Namo Hanumate: This opening phrase is a salutation to Hanuman, acknowledging his divine existence and inviting his blessings. “Om” is usually a primordial audio symbolizing the universe’s development, creating this invocation a powerful start to the mantra.
त्वं रवे तारय स्वास्मानस्मात्संसार सागरात!!
विजय के डंके बजाय, दुहाई माता अंजनी की आन। यह भी पढ़े : काली शाबर मंत्र
ह्रां, ह्रां, ह्रां, ह्रां, ह्रां सकलभूतप्रेतदमनाय स्वाहा । यह भी पढ़े : कामदेव शाबर मंत्र
ॐ हनुमान पहलवान पहलवान, बरस बारह का जबान, हाथ में लड्डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका के चौगान अंजनी का पूत, राम का दूत, छिन में कीलौनौ खंड का भूत, जाग जाग हड़मान (हनुमान) हुंकाला, ताती लोहा लंकाला, शीश जटाडग डेरू उमर गाजे, वज्र की कोठड़ी ब्रज का ताला आगे अर्जुन पीछे भीम, चोर नार चंपे ने सींण, अजरा झरे भरया भरे, ई घट पिंड की रक्षा राजा रामचंद्र जी लक्ष्मण कुंवर हड़मान (हनुमान) more info करें।
श्री पुरुषोत्तम सहस्त्रनाम स्तोत्रम्
ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते कराल बदनाय नारसिंहाय, वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रसुखाय वज्ररोम्णे वज्रनेत्राय वज्रदंताय वज्रकराय वज्र भक्ताय रामदूताय ॐ ह्रां ह्रीं हूं ह्रीं हः सकल भूतप्रेतदमनाय स्वाहा, ओम हं हनुमते रुद्रात्मकाय हूँ फट।
अध्यात्मयोगआध्यात्मिक गुरुहोलिस्टिक हीलिंगजिज्ञासामोटिवेशनमाइथोलॉजीआध्यात्मिक समाचारवीडियोजीवन आनंद
बाल रे बाल राखो सीस रे सीस राखो आगे जोगिनि राखो पाछे नरसिंह राखो जो कोइ छल करे कपट करे तिनकी बुद्धि मति बांधो दुहाई हनुमान वीर की शब्द साचा पिण्ड काचा फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ॥